बेपनाह मोहब्बत करूँ, या फना होकर मोहब्बत करूँ, बता तुझे कैसी मोहब्बत पसंद है? मैं तुझे वैसे ही मोहब्बत करूँ.
हर तरफ रंजो- अलम के साए हैं अब कुछ अपने लोग भी पराए हैं एक और आ जाए तो क्या कयामत होगी जब हजारों इल्ज़ाम मेरे सर आए हैं ...
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